पालीवाल, मीनू
(2023)
पढ़ना : क्या सभी ग़लतियाँ सुधरवाई जाएँ?
Pathshala Bheetar Aur Bahar, 6 (18).
pp. 49-55.
ISSN 2582-483X
Abstract
बच्चे, इंसान, पढ़ना कैसे सीखते हैं; यह प्रश्न जटिल के साथ-साथ दिलचस्प भी लगता है। जटिल इसलिए, क्योंकि काफ़ी प्रयासों के बाद भी कई बच्चे पढ़ना नहीं सीख पाते। और दिलचस्प इसलिए, क्योंकि बच्चों को पढ़ना सीखना ही है। यही सीखने में उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की बुनियाद है। पढ़ना सीखना जटिल क्यों बन जाता है; और बच्चों को पढ़ना सिखाने में क्या मददगार हो सकता है? यह लेख एक बच्चे के पढ़ने की प्रक्रिया के उदाहरणों को देते हुए इन दोनों प्रश्नों पर अपनी बात रखता है।
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