Basole, Amit
(2010)
असंगठित क्षेत्र में ज्ञान का शोषण.
Lokvidya Panchayat.
Abstract
हमारे देश में लगभग 75% औद्योगिक उत्पादन छोटे- छोटे अथवा घरेलू उद्योगों के मार्फत होता है। करोड़ों कारीगर, 'जो 'असंगठित क्षेत्र' में काम करते हैं, लगभग सभी जीवनावश्यक वस्तुओं का निर्माण करना जानते हैं। चूँकि इस असंगठित क्षेत्र में उत्पादन की तमाम जिम्मेदारियाँ, जैसे कच्चा माल प्राप्त करना, यंत्रों की देखभाल और मरम्मत करना, बाजार से सम्बन्ध रखना, यह सब मालिक कारीगर पर ही सौंपता है, इसलिए कारीगर उत्पादन से जुड़े इन सभी विषयों का ज्ञान रखते हैं। चूंकि इनको कारीगर नहीं मजदूर माना जाता है, इनका श्रम तो अर्थशास्त्री और अन्य पढ़े-लिखे लोग देख सकते हैं, लेकिन इनकी विद्या, इनका ज्ञान समाज में अदृश्य होता है।
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