Basole, Amit
(2021)
लोकविद्या की राजनीति.
Loka Ki Chinta.
Abstract
अपने बारे में जो संस्थाएं यह दावा करती है कि वे किसी एक देश की नहीं बल्कि सारी दुनिया की है, उनके बोल वचन अकसर सारी मानवता के लिए नहीं होते। गौर से पढ़े तो उसमें किसी की खास तरफदारी नजर आती है। लोकविद्या को बचाना और उसका वाजिब सम्मान दिलाना एक बात है- और लोकविद्या को बचाने के लिए पार-राष्ट्रीय संस्थानों के बोल को सत्य-वचन मानकर चलना एकदम दूसरी बात। लोकविद्या को बचाने की राजनीति से आगाह कराता आलेख ।
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