तंवर, हंसराज
(2023)
पढ़ने-लिखने का आनन्द.
Paathshaala Bhitar aur Bahar, 5 (17).
pp. 54-57.
ISSN 2582-4836
Abstract
कक्षा 1 में बच्चों को लिखना सिखाने के अनुभव इस लेख में प्रस्तुत हैं। लेखक बताते हैं कि बच्चों को लिखना सिखाने की शुरुआत उन्होंने वर्णों से की। कुछ दिन इनपर काम करने के बाद भी जब बच्चे समझ नहीं पाए तब उन्होंने अपने काम के तरीके को बदला। उन्होंने बच्चों को खूब चित्र बनाने, और चित्रों के बारे में बात करने के मौके दिए। उन चित्रों के नामों को लिखना बच्चों ने सीखा और ऐसे धीरे-धीरे वे न केवल वर्ण, बल्कि शब्द व छोटे वाक्य भी लिखने और पहचानने लगे। -सं.
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