सुंदर, श्याम
(2023)
पढ़ने की घण्टी ने बदली विद्यालय की छट.
Pathshala Bheetar Aur Bahar, 5 (16).
pp. 76-79.
ISSN 2582-483X
Abstract
स्कूल में बच्चों को पढ़ना सिखाने के लिए किए गए प्रयासों का विवरण इस लेख में है। लेखक बताते हैं कि बहुत–से बच्चों को न तो घर पर प्रिंट–रिच माहौल मिल पाता है, न ही स्कूल में। इसलिए उन्हें पढ़ना और लिखना सीखने में मुश्किलें आती हैं। इस मुश्किल से निपटने के लिए उन्होंने अपने स्कूल में हर दिन एक कालांश सिर्फ़ पढ़ना सीखने के लिए रखा। नियमित रूप से पढ़ते रहने से उनके स्कूल के लगभग सभी बच्चे पढ़ना सीख गए। –सं.
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