मदान, अमन
(2023)
चरित्र निर्माण : किशोरों की विरोधों से निपटने की संस्कृति.
Pathshala Bheetar Aur Bahar.
pp. 41-46.
Abstract
परिवार, समाज, संस्था या जहाँ भी एक से अधिक लोगों का समूह है, वहाँ एक दूसरे के मतों पर कभी–न–कभी टकराव होना या मतों का फ़र्क़ होना स्वाभाविक–सी बात है। और चूँकि यह होंगे ही, इसलिए ये ज़रूरी हो जाता है कि हर इंसान इन टकरावों और संघर्षों से समझदारीपूर्वक निपटना सीखे। यह लेख संवाद की संस्कृति बनाने की बात करता है और एक शोध कार्य का हवाला देते हुए इसपर अपने विचार प्रस्तुत करता है कि स्वस्थ संवाद करने की दिशा में आगे बढ़ने के लिए क्या किया जा सकता है। –सं
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