बन्द–ए–महामारी और पढ़ना–लिखना सीखना
श्रीदेवी, (2022) बन्द–ए–महामारी और पढ़ना–लिखना सीखना. Paathshaala Bhitar aur Bahar (12). pp. 66-69. ISSN 2582-4836
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Abstract
महामारी के चलतेहुए लम्बे समय के बन्द से बच्चों मेंलर्निंग लॉस देखा जा रहा है। प्रस्तुत आलेख मेंइसी समस्या और इसके समाधान की कक्षा–कक्ष रणनीतियों की चर्चा की गई है। लेखिका का मानना है कि बच्चे जितना जानते थे, उससे ज़्यादा भूल गए हैं, यह नुक़सान केवल 18 महीनों का नहीं है, यह 2 से 3 साल की क्षति के रूप मेंसमझा जाना चाहिए। इसमें भी सभी बच्चों की क्षति मेंभी विविधता है। वह कहती हैं कि वर्तमान कक्षा के लिए निश्चित पाठ्यक्रम का दबाव, हर बार शिक्षण के लिए नए मानदण्ड और कम समय में बार–बार आकलन करवाने जैसी प्रक्रियाएँभी शिक्षकों के अध्यापन कार्य का समय कम कर देती हैं। सं.
Item Type: | Articles in APF Magazines | ||
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Authors: | श्रीदेवी, | ||
Document Language: |
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Uncontrolled Keywords: | Pandemic, Learning, School Education, Covid 19 | ||
Subjects: | Social sciences > Education | ||
Divisions: | Azim Premji University > University Publications > Pathshala Bheetar Aur Bahar | ||
Full Text Status: | Public | ||
URI: | http://publications.azimpremjiuniversity.edu.in/id/eprint/3728 | ||
Publisher URL: |
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