पालीवाल, मीनू
(2022)
मैडम, मेरा जवाब सही है!
Paathshaala Bhitar aur Bahar, 4 (11).
pp. 49-52.
ISSN 2582-4836
Abstract
यह लेख बच्चों के सवालों के प्रति वयस्कों के नज़रिए के बारे मेंबात करता है। लेखिका भाषा और गणित की कक्षा के कुछ ठोस उदाहरण देते हुए बताती हैं कि वयस्क बच्चों के सवालों, उनके विचारों को तवज्जो नहीं देतेहैं। बच्चों के सवाल उनके अनुभवों और अवलोकनों को भी बयान करते हैं। लेकिन कक्षा मेंइन सब की अनदेखी ही होती है। वे रेखांकित करती हैं कि सवाल पूछना सीखने–सिखाने की प्रक्रिया और ज्ञान निर्माण की प्रक्रिया का स्वाभाविक और अहम हिस्सा हैऔर कक्षा मेंइनकी जगह होनी ही चाहिए।
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